तुमको देखें, या नज़ारे देखें

तुमको देखें, या नज़ारे देखें

आज दिल में, है ये उलझन, कि हम क्या देखें, तुमको देखें, या ये नज़ारे देखें ?   देखें ये फ़िज़ा, या देखें ये समां, की बनके परवाना, देखें हम तुमको शमा ? लहरों में, नदियों को, हम बहता देखें, या तेरी ज़ुल्फ़ों की, हम घटा देखें ?   आज दिल...Read more