गुरु गोबिंद दोउ खडे
जैसा की हमारी परंपरा रही है की हम किसी भी कार्य की शुरुआत, अपने इष्टदेव का स्मरण कर आरम्भ करते हैं | तो आज पहले विचार की शुरुआत भी वहीँ से करते हैं : ” गुरु गोबिंद दोउ खडे काके लागूँ पाए बलिहारी गुरु आपकी गोबिंद दियो बताये “ कबीरदास जी...Read more